सोमवार, 23 मार्च 2009

लखीमपुर से शीघ्र प्रकाशित सांध्य दैनिक


यू पी के जिला लखीमपुर के सुधी पाठकों की जरूरत को देखते हुए

सांध्य दैनिक ब्लैक टाइगर

का प्रकाशन यथाशीघ्र किया जा रहा है ।

इसके लिए आप सभी प्यार व सहयोग देकर हमें आगे बड़ने का अवसर प्रदान करें ।

साथ में सामायिक लेख एवं रचनाएँ भी सादर आमंत्रित हैं ।

हमारा पता

$ लखीमपुर-
पुराना सेल्स टैक्स आफिस
आनंद टाकिज रोड
मो० ९७९२४६९५११

$ गोलागोकर्णनाथ-
मेला मैदान
पंजाबी मार्केट
मो० ९६२८४८८५१९
$ पलियाकलां-
पालिका काम्प्लेक्स
नगर पालिका रोड
मो० ९१९८१९६२३७

ई-मेल पता-E-mail : dailyblacktiger@gmail.com

बुधवार, 18 मार्च 2009

हिरन बच्चे को मिला नया घर


जंगल से भटक कर आए एक हिरन के बच्चे को लोगों ने पकड़ लिया बाद में उसे दुधवा नेशनल पार्क के पर्यटन परिसर में पहुच कर विश्व प्रक्रति निधि के मुदित गुप्ता तथा पत्रकार डीपी मिश्रा, सोरभ ने बच्चे को जंगल में छोड़कर उसे नया घर में पहुंचा दिया । मालूम हो की जंगल में घास के मैदान उचित प्रबन्धन न होने के कारण बेकार होने लगे हैं इसके कारण बनस्पति आहारी वन्यजीव चारा की तलाश में बाहर आने को बिवश हैं। जहाँ उनका लोग अवैध शिकार करके मार डालते हैं। इस अब्यवस्था के कारण जंगल में वन्यजीवों की कमी ओर उनके बाहर रहने से बनराज बाघ भी जंगल के बाहर आने को बिवश हैं।

सोमवार, 2 मार्च 2009

Check out Bonus Program

Hi,

I want you to take a look at: Bonus Program 

बाघ को पकड़ने वाली जंगलात की टीम


लखीमपुर के कापतादा में पिजडे में कैद हुआ बाघ


लखीमपुर में पकडा गया बाघ क्या आतंकी ही है ????

बेहोश बाघ का निरीछण करते डा तालुकेदार
लखीमपुर खीरी की साउथ फारेस्ट डिविजन की भीरा रेंज में पिछले दो माह से आतंक का पर्याय बन चुके बाघ को 01.03.2009 की शाम को टैंकुलाईजर करके पिंजडे में कैद कर लिया गाया है. इस बाघ को चार मानव हत्ताये करने के जुर्म में मुख्य वन सरछक वन्यजीव वीके पट्नायक द्वारा मौत की सजा दी गई थी. इसके तहत चलाए गए मिशन टाइगर के तहत आज सुबह जब बाघ ने एक पड्डे का शिकार करके खाया ओर चला गाया इसके बाद की गई नाकाबंदी का परिनाम यह निकाला कि शाम को वह जब दूसरी बार मांस खाने आया तो पहले से घात लगाकर बैठे ड्ब्ल्यूटीआई के एक्सपर्ट डा अनाज्न तालुकेदार ने उसे टैंकुलाईजर गान से बेहोश कर दिया. इससे बाघ को मिलीं मौत की सजा उम्रकैद में बदल गई है. इस सफलता पर वन्यजीव प्रेमियों ने खुशी का इज़हार किया है। जबकि ग्रामीणों ने भी राहत की साँस ली है.
लेकिन क्या यह वही बाघ पकड़ा गया है । इस लोग संदेह ब्यक्त कर रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि आतंकी हमलावर बाघ इससे कद्दावर था यह तो उसके सामने बच्चा लग रहा है । विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस मामले की जांच होने के बाद ही सही सिथति का पता लग पाएगा .