स्रष्टि कंजर्वेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी [पंजीकृत] वन एवं वन्यजीवों की सहायता में समर्पित Srshti Conservation and Welfare Society [Register] Dedicated to help and assistance of forest and wildlife
सोमवार, 21 सितंबर 2009
रविवार, 20 सितंबर 2009
25 हजार परिवार बाघों के अभ्यारण्य से विस्थापित होंगे
मध्य प्रदेश के बाघ अभ्यारण्यों से इंसानी बसाहट को हटाने के लिए सूबे की सरकार ने केंद्र सरकार से ढाई हजार करोड़ रूपयों की मांग की है। प्रदेश के पेंच, कान्हा, सतपुड़ा, बांधवगढ़ बाघ अभ्याराण्यों को इंसानी दखलंदाजी से मुक्त करने की कार्ययोजना प्रदेश सरकार ने केंद्र को सौंपी है।
राष्ट्रीय बांघ संरक्षण प्राधिकरण 'एनटीसीए' के अनुसार मध्य प्रदेश सरकार ने बाघों पर मंडराते खतरे को देखकर केंद्र से मदद की गुहार लगाई है। सूत्रों ने कहा कि इस मामले को एनटीसीए ने योजना आयोग के पास भेज दिया है। सूत्रों ने कहा कि प्रतिवेदन में कहा गया है कि सूबे में बाघों पर मंडराते खतरों को देखते हुए इन अभ्यारण्यों में बसे गांव खाली कराकर आबादी को अन्यत्र बसाया जाना तत्काल जरूरी है।
सूत्रों ने कहा कि इस प्रतिवेदन में साफ कहा गया है कि इन वन्य अभ्यारण्यों में निवास करने वाले पच्चीस हजार बीस परिवारों को चििन्हत किया गया है, जिन्हें यहां से हटाकर अन्यत्र बसाने की योजना है। सरकार द्वारा स्वेच्छा से इन अभ्यारण्यों को छोड़कर अन्यत्र जाने वाले परिवारों को दस लाख रूपए प्रति परिवार की दर से मुआवजा देने का प्रावधान किया है।
इस प्रतिवेदन में आगे कहा गया है कि नकद स्वीकार न करने वाले परिवारों को जमीन देने का विकल्प भी खुला रखा गया है। माना जा रहा है कि वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में भारतीय वन सेवा 'आईएफएस' के मध्य प्रदेश काडर के दो वरिष्ठ अधिकारियों कान्हा नेशनल पार्क में संचालक रहे राजेश गोपाल एवं संचालय वन्य प्राणी तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक रहे गंगोपाध्याय के पदस्थ होने के बाद मध्य प्रदेश में वन्य प्राणियों की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। प्राप्त जानकारियों के अनुसार मध्य प्रदेश में बाघों की तादाद मानव के हस्ताक्षेप, अवैध शिकार एवं सड़क दुर्घटनाओं तथा बीमारियों के चलते जहां 2007 में तीन सौ के लगभग थी, वह अब दो सौ का आंकड़ा ही पार कर पा रही है।
बाघ की बढ़ती हत्या के लिए चीन जिम्मेदार
केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री जयराम रमेश का कहना है कि देश में बाघों के बढ़ते शिकार के लिए चीन जिम्मेदार है क्योंकि वहां दवाईंयों में इनका इस्तेमाल किया जाता है. एक अनुमान है कि 2002 के 3642 बाघों की तुलना में अब देश में 1411 बाघ ही बचे हैं. एक शताब्दी पहले देश में बाघों की आबादी 40,000 के ऊपर थी.
बुधवार, 16 सितंबर 2009
तेज़ी से लुप्त होते प्राणी
कौरीन पौजरपर्यावरण पर संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि अगले तीस साल में दुनिया के एक चौथाई स्तनपायी जीव विलुप्त हो सकते हैं.
ख़तरे बढ़ते ही जा रहे हैंजंगलों के नष्ट होने और दुनिया के एक हिस्से से जानवरों की प्रजातियों को दूसरे इलाकों में ले जाकर छोड़े जाने से जैव संतुलन के बिगड़ने के लिए सबसे ज़्यादा जिम्मेदार माना जा रहा है.संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की रिपोर्ट में जानवरों और वनस्पतियों की ग्यारह हज़ार से ज़्यादा ऐसी प्रजातियों की सूची दी गई है जिनके लुप्त होने का ख़तरा है. इनमें एक हज़ार स्तनपायी जीव शामिल हैं, यानी दुनिया की कुल स्तनपायी प्रजातियों का एक चौथाई.पक्षियों की भी हर आठ में एक प्रजाति पर और करीब पांच हज़ार पौधों पर यही ख़तरा मंडरा रहा है.मानवीय अतिक्रमणजिन प्रजातियों पर यह ख़तरा है उनमें काले गैंडे और साइबेरियाई बाघ जैसी जानीमानी प्रजातियों के अलावा फ़िलीपीनी गरुड़ और एशियाई आमूर तेंदुए जैसी कम मशहूर प्रजातियों के जानवर भी शामिल हैं.संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट में पिछले तीस साल की अवधि में पर्यावरण को हुए नुकसान की समीक्षा की गई है.इस आकलन के आधार पर संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि जैव प्रजातियों के विलुप्त होने के लिए जो भी कारण जिम्मेदार रहे वे सारे ही अब भी पूरी शिद्दत से कार्यरत हैं.जानवरों के रहने की जगहों, यानी जंगलों और दलदल जैसी जगहों पर इंसानी बसावट और बढ़ते औद्योगीकरण ने ख़तरे में पड़ी प्रजातियों पर बेहद बुरा असर डाला है.रिपोर्ट के अनुसार इनमें से कई कारण तो दूर किए जा सकते हैं अगर सरकारें 1992 के रियो पृथ्वी सम्मेलन में पारित सिफ़ारिशों और संधियों को ही लागू करें.इनमें बदलते मौसम पर क्योटो समझौता और जैव विविधता की संधि शामिल हैं.
ख़तरे बढ़ते ही जा रहे हैंजंगलों के नष्ट होने और दुनिया के एक हिस्से से जानवरों की प्रजातियों को दूसरे इलाकों में ले जाकर छोड़े जाने से जैव संतुलन के बिगड़ने के लिए सबसे ज़्यादा जिम्मेदार माना जा रहा है.संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की रिपोर्ट में जानवरों और वनस्पतियों की ग्यारह हज़ार से ज़्यादा ऐसी प्रजातियों की सूची दी गई है जिनके लुप्त होने का ख़तरा है. इनमें एक हज़ार स्तनपायी जीव शामिल हैं, यानी दुनिया की कुल स्तनपायी प्रजातियों का एक चौथाई.पक्षियों की भी हर आठ में एक प्रजाति पर और करीब पांच हज़ार पौधों पर यही ख़तरा मंडरा रहा है.मानवीय अतिक्रमणजिन प्रजातियों पर यह ख़तरा है उनमें काले गैंडे और साइबेरियाई बाघ जैसी जानीमानी प्रजातियों के अलावा फ़िलीपीनी गरुड़ और एशियाई आमूर तेंदुए जैसी कम मशहूर प्रजातियों के जानवर भी शामिल हैं.संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट में पिछले तीस साल की अवधि में पर्यावरण को हुए नुकसान की समीक्षा की गई है.इस आकलन के आधार पर संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि जैव प्रजातियों के विलुप्त होने के लिए जो भी कारण जिम्मेदार रहे वे सारे ही अब भी पूरी शिद्दत से कार्यरत हैं.जानवरों के रहने की जगहों, यानी जंगलों और दलदल जैसी जगहों पर इंसानी बसावट और बढ़ते औद्योगीकरण ने ख़तरे में पड़ी प्रजातियों पर बेहद बुरा असर डाला है.रिपोर्ट के अनुसार इनमें से कई कारण तो दूर किए जा सकते हैं अगर सरकारें 1992 के रियो पृथ्वी सम्मेलन में पारित सिफ़ारिशों और संधियों को ही लागू करें.इनमें बदलते मौसम पर क्योटो समझौता और जैव विविधता की संधि शामिल हैं.
कहीं गुम न हो जाएँ 'गजराज'
गजानन गणपति का स्वरूप, भारत में पूज्य माने जाने वाले 'गजराज' को अपने अस्तित्व के लिए आजकल एक नई लड़ाई लड़नी पड़ रही है। कभी भारत हाथियों का स्वर्ग हुआ करता था, लेकिन शिकार, घटते जंगल और आहार में कमी के कारण इनकी संख्या लगातार कम होती जा रही है। हर साल बड़ी तादाद में हाथी दाँत की तस्करी होती है और कई हाथियों को मार दिया जाता है। वन्य पशुओं के आने-जाने के रास्ते पर बढ़ते अतिक्रमण के चलते मनुष्य और पशुओं की मुठभेड़ बढ़ी है। इसका नतीजा अकसर वन्यजीवों के लिए ही नुकसानदायक होता है। पिछले कुछ सालों से भारत सरकार को पूर्वोत्तर के पड़ोसी देशों एवं लोगों से अपील करनी पड़ रही है कि उनके गाँवों-खेतों में गलती से घुस आए हाथियों की हत्या न की जाए। प्रजनन, मौसम की मार से बचने व खाने की तलाश में वन्य जीव हर साल एक निश्चित अवधि या मौसम में एक इलाके से दूसरे इलाके की ओर जाते हैं। इस प्रक्रिया को आव्रजन कहा जाता है। ये हाथी हर साल थाईलैंड से भूटान की तराई में जाते हैं, जिसके बीच पूर्वोत्तर भारत का हिस्सा पड़ता है। हर साल यह हाथी रास्ते में आने वाले कई गाँव उजाड़कर कई लोगों को मार देते हैं और कई लोग इन मुठभेड़ों में घायल भी हो जाते हैं।टकराव के 'रास्ते' : समस्या यह है कि जंगल में बने हाथियों के प्राचीन रास्तों पर लोगों ने आबादी वाले गाँव बसा लिए हैं, जिस वजह से हाथी भारत वापस जाने के लिए अपना रास्ता नहीं ढूँढ़ पा रहे हैं और इसलिए हिंसक हो रहे हैं। ये हाथी थाईलैंड से भूटान की ओर जाते हैं और भारत का पूर्वोत्तर हिस्सा उनके रास्ते में पड़ता है।मगर अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में हाथियों की संख्या बढ़ी है। इसी वजह से हाथी अलग-अलग रास्तों से जंगलों में घुसने की कोशिश करते हैं। यह समस्या सिर्फ बांग्लादेश, थाईलैंड या भूटान की ही नहीं, बल्कि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की भी है। सिर्फ असम में ही पिछले 15 वर्षों में हाथियों ने 600 से अधिक लोगों की जान ली है। पूर्वोत्तर भारत में जंगली हाथी अच्छी-खासी संख्या में पाए जाते हैं और अकेले असम में इनकी संख्या 5000 से अधिक बताई जाती है, लेकिन जैसे-जैसे असम में लोगों की आबादी बढ़ती गई, लोगों ने ऐसे इलाकों में पाँव पसारने शुरू कर दिए, जो हाथियों के आने-जाने के रास्ते थे। नतीजतन हाथी रास्ते में आने वाले गाँवों में तबाही मचा देते हैं, जिसका भुगतान उन्हें अपनी जान देकर करना पड़ता है। हाथियों के उपद्रव से भड़के लोग इन्हें अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानते हैं और कभी गुड़ में जहर रखकर तो कभी शिकारियों को बुलाकर हाथियों की जान ले लेते हैं।हाथी एक सामाजिक प्राणी है और झुंड बनाकर रहता है। यह प्राणी काफी संवेदनशील होता है। जानवरों में हाथी की याददाश्त काफी तेज मानी जाती है, यहाँ तक कि अपने झुंड़ के किसी सदस्य के मारे जाने पर अकसर हाथी गुस्से में आकर तबाही मचा देते हैं। ताजे अध्ययनों में सैटेलाइट से मिली तस्वीरें बताती हैं कि असम में 1996 से 2006 के बीच जंगल की लगभग चार लाख हेक्टेयर जमीन पर गाँव वालों ने अतिक्रमण कर आबादी बसा खेती-बाड़ी कर दी है। पर हर समस्या की तरह इस समस्या का भी हल है। अब जरूरत है ऐसे उपायों की जिनसे हाथियों की इन गाँव वालों से मुठभेड़ को टाला जा सके। हाथियों के अकसर आबादी वाले इलाके में घुसने से जानमाल का बड़ा नुकसान भी होता है, पर इस घुसपैठ का कारण ढूँढ़ने के लिए पहले ये सोचना होगा कि हाथी हमारे इलाकों में घुस आए हैं या फिर हम ही उनके इलाके में घुस गए हैं। 'कुंकी' करेंगे काबू : पूर्वोत्तर भारत के राज्य असम में जंगली हाथियों के नियंत्रण के लिए 'कुंकी' नाम से जाने जाने वाले पालतू हाथियों की मदद ली जा रही है। असम और पश्चिम बंगाल के बहुत से इलाकों में अकसर उग्र हाथियों के झुंड खेतों, गाँवों और लोगों पर हमला कर भारी तबाही मचाते हैं।
पूर्वोत्तर भारत के राज्य असम में जंगली हाथियों के नियंत्रण के लिए 'कुंकी' नाम से जाने जाने वाले पालतू हाथियों की मदद ली जा रही है
विशेषज्ञों ने उग्र हाथियों को पालतू हाथियों के जरिये घेरकर उन्हें रास्ते पर लाने की कोशिश की है। इसके नतीजे भी सार्थक निकले हैं। सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में इस रणनीति को अपनाया गया, वहाँ हाथियों की हिंसा से मरने वालों की संख्या में आश्चर्यजनक रुप से कमी हुई है। इस परियोजना के अधिकारी जंगली हाथियों के झुंड की गतिविधियों पर नजर रखते हैं और उनको पालतू हाथियों से घेरकर गाँव से दूर रखते हैं। इस योजना को वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड से भी मदद हासिल है। हाथियों को भगाने के क्रूर पारम्परिक तरीकों जैसे करंट लगाना, फन्दे कसना और बम फोड़ना आदि से यह रणनीति काफी कारगर सिद्ध हुई है और वन्यजीव प्रेमी भी इस पहल से उत्साहित हैं।हाथियों का सुरक्षित कॉरिडोर : हाथियों की बढ़ती समस्या के बाद भारत में अब कोशिश की जा रही हैं कि दो जंगलों के बीच एक कॉरिडोर (गलियारा) विकसित कर उसका संरक्षण किया जा सके। सुरक्षित रास्ता देने के लिए हाथियों के कॉरिडोर पर तैयार की गई रिपोर्ट पर लगभग सभी बड़े विशेषज्ञों की राय ली गई थी तथा उम्मीद है कि इससे हाथियों को जंगलों में ही रोकना संभव होगा और उनके आबादी वाले इलाकों में घुसने की घटनाओं में कमी आएगी। भारत में ऐसे 88 गलियारों की पहचान की गई है और उन पर कुछ स्वयंसेवी संस्थाएँ सरकार के साथ मिलकर काम भी कर रही हैं, पर भारत में वन्यजीवों के रहवास के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों में एक समस्या मुँह बाए खड़ी रहती है, वह है बढ़ती जनसंख्या की। लगातार बढ़ती जनसंख्या और जंगल पर बढ़ते दबाव ने पिछले कुछ दशकों में हाथियों की समस्या को बढ़ाया है। इसके लिए देखना होगा कि हाथी दो जंगलों के बीच जिन इलाकों का उपयोग ऐतिहासिक रूप से करते रहे हैं, वहाँ कितने गाँव हैं, आबादी का कितना घनत्व है इत्यादि। दरअसल यही वो इलाके हैं जिन्हें विशेषज्ञ कॉरिडोर कहते हैं और इनके बंद हो जाने के कारण हाथियों ने मानव रहवासी क्षेत्रों में घुसपैठ कर मुसीबतें बढ़ा दी हैं। देश के विभिन्न राज्यों में स्थित इन गलियारों को अब हाथियों के आवागमन के लिए संरक्षित करने की कोशिश की जा रही है। इस योजना से वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया, इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर, यूएस विश एंड वेलफेयर सर्विस और एशियन नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन जुड़े हैं। इसके अलावा गलियारों के संरक्षणों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की भी सहायता ली जा रही है। अब उम्मीद यही है कि इन गलियारों को 'राजकीय गलियारा' घोषित कर दिया जाए और लोगों को जानकारी दी जाए कि इन इलाकों में विकास कार्य नहीं किए जा सकते। अब ऐसे इलाकों में लोगों को सिर्फ हाथियों से बचना ही नहीं है, हाथियों को बचाना भी जरूरी है। यह जागरूकता प्राकृतिक संतुलन कायम करने के लिए सबसे जरूरी है।
पूर्वोत्तर भारत के राज्य असम में जंगली हाथियों के नियंत्रण के लिए 'कुंकी' नाम से जाने जाने वाले पालतू हाथियों की मदद ली जा रही है
विशेषज्ञों ने उग्र हाथियों को पालतू हाथियों के जरिये घेरकर उन्हें रास्ते पर लाने की कोशिश की है। इसके नतीजे भी सार्थक निकले हैं। सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में इस रणनीति को अपनाया गया, वहाँ हाथियों की हिंसा से मरने वालों की संख्या में आश्चर्यजनक रुप से कमी हुई है। इस परियोजना के अधिकारी जंगली हाथियों के झुंड की गतिविधियों पर नजर रखते हैं और उनको पालतू हाथियों से घेरकर गाँव से दूर रखते हैं। इस योजना को वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड से भी मदद हासिल है। हाथियों को भगाने के क्रूर पारम्परिक तरीकों जैसे करंट लगाना, फन्दे कसना और बम फोड़ना आदि से यह रणनीति काफी कारगर सिद्ध हुई है और वन्यजीव प्रेमी भी इस पहल से उत्साहित हैं।हाथियों का सुरक्षित कॉरिडोर : हाथियों की बढ़ती समस्या के बाद भारत में अब कोशिश की जा रही हैं कि दो जंगलों के बीच एक कॉरिडोर (गलियारा) विकसित कर उसका संरक्षण किया जा सके। सुरक्षित रास्ता देने के लिए हाथियों के कॉरिडोर पर तैयार की गई रिपोर्ट पर लगभग सभी बड़े विशेषज्ञों की राय ली गई थी तथा उम्मीद है कि इससे हाथियों को जंगलों में ही रोकना संभव होगा और उनके आबादी वाले इलाकों में घुसने की घटनाओं में कमी आएगी। भारत में ऐसे 88 गलियारों की पहचान की गई है और उन पर कुछ स्वयंसेवी संस्थाएँ सरकार के साथ मिलकर काम भी कर रही हैं, पर भारत में वन्यजीवों के रहवास के लिए किए जा रहे सभी प्रयासों में एक समस्या मुँह बाए खड़ी रहती है, वह है बढ़ती जनसंख्या की। लगातार बढ़ती जनसंख्या और जंगल पर बढ़ते दबाव ने पिछले कुछ दशकों में हाथियों की समस्या को बढ़ाया है। इसके लिए देखना होगा कि हाथी दो जंगलों के बीच जिन इलाकों का उपयोग ऐतिहासिक रूप से करते रहे हैं, वहाँ कितने गाँव हैं, आबादी का कितना घनत्व है इत्यादि। दरअसल यही वो इलाके हैं जिन्हें विशेषज्ञ कॉरिडोर कहते हैं और इनके बंद हो जाने के कारण हाथियों ने मानव रहवासी क्षेत्रों में घुसपैठ कर मुसीबतें बढ़ा दी हैं। देश के विभिन्न राज्यों में स्थित इन गलियारों को अब हाथियों के आवागमन के लिए संरक्षित करने की कोशिश की जा रही है। इस योजना से वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया, इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर, यूएस विश एंड वेलफेयर सर्विस और एशियन नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन जुड़े हैं। इसके अलावा गलियारों के संरक्षणों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की भी सहायता ली जा रही है। अब उम्मीद यही है कि इन गलियारों को 'राजकीय गलियारा' घोषित कर दिया जाए और लोगों को जानकारी दी जाए कि इन इलाकों में विकास कार्य नहीं किए जा सकते। अब ऐसे इलाकों में लोगों को सिर्फ हाथियों से बचना ही नहीं है, हाथियों को बचाना भी जरूरी है। यह जागरूकता प्राकृतिक संतुलन कायम करने के लिए सबसे जरूरी है।
लुप्तप्राय प्रजातियों की सूची में भारत
अक्सर हम सुन रहे हैं कि भारत के टाईगर्स विलुप्त होने की कगार पर हैं और सभी प्रयासों को बाघ संरक्षण में मदद की है. But not many people know that there are at least fifty other species in India which are on that “ Endangered Species List “. Not only are we losing animals, but also birds and reptiles, which if not conserved today, will be extinct forever. लेकिन बहुत से लोगों को पता है कि वहाँ रहे हैं कम से कम पचास भारत, जो कि "लुप्तप्राय सूची". न केवल हम जानवरों को खो रहे हैं, लेकिन यह भी पक्षियों और सरीसृप, जो कि संरक्षित, आज नहीं हमेशा के लिए लुप्त हो जाएगा पर हैं में अन्य प्रजाति. Below is the complete list of India's Endangered Species. नीचे भारत की लुप्तप्राय प्रजातियों की पूरी सूची है.
Critically Endangered: गंभीर लुप्तप्राय:
Jenkin's Shrew ( Crocidura jenkensii ) ( Endemic to India) है Jenkin कर्कशा (Crocidura jenkensii) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Malabar Large-spotted Civet ( Viverra civettina ) मालाबार बड़े सीविट (Viverra civettina देखा)
Namdapha Flying Squirrel ( Biswamayopterus biswasi ) (Endemic to India) Namdapha फ्लाइंग भारत को गिलहरी (Biswamayopterus biswasi) स्थानिकमारी वाले ()
Pygmy Hog (Sus salvanius) बौना हॉग (Sus salvanius)
Salim Ali's Fruit Bat ( Latidens salimalii ) (Endemic to India) सलीम अली के फलों चमगादड़ (Latidens salimalii) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Sumatran Rhinoceros ( Dicerorhinus sumatrensis ) Sumatran गैंडा (Dicerorhinus sumatrensis)
Wroughton's Free-tailed Bat ( Otomops wroughtoni ) (Endemic to India) नि: शुल्क है Wroughton-चमगादड़ पूंछ (wroughtoni Otomops) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Endangered: खतरे में:
Asiatic Lion ( Panthera leo persica ) एशियाई शेर (persica Panthera Leo)
Asiatic Black Bear ( Selenarctos thibetanus) एशियाई काले Bear (Selenarctos thibetanus)
Desert Cat ( Felis libyca ornata) डेजर्ट कैट (ornata Felis libyca)
Great Indian Rhinoceros ( Rhinoceros unicornis) महान भारतीय गैंडा (गैंडा unicornis)
Hispid Hare ( Caprolagus hispidus) Hispid हरे (Caprolagus hispidus)
Hoolock Gibbon ( Hylobates hoolock) Hoolock Gibbon (Hylobates hoolock)
Kashmir Stag / Hangul ( Cervus elaphus hanglu) कश्मीर का कागज / हंगुल (Cervus elaphus hanglu)
Lion-tailed Macaque ( Macaca silenus) -शेर मकाक (Macaca silenus पूंछ)
Malabar Civet ( Viverra civettina) मालाबार सीविट (Viverra civettina)
Markhor ( Capra falconeri) Markhor (Capra falconeri)
Nayan Ovis ( Ammon hodgsoni) नयन Ovis (Ammon hodgsoni)
Nilgiri Leaf Monkey ( Presbytis johni) नीलगिरि पत्ता बंदर (johni Presbytis)
Pygmy Hog ( Sus salvanius) बौना हॉग (Sus salvanius)
Andaman Shrew ( Crocidura andamanensis ) (Endemic to India) अंडमान कर्कशा (Crocidura andamanensis) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Andaman Spiny Shrew ( Crocidura hispida ) (Endemic to India) अंडमान काँटेदार भारत को कर्कशा (Crocidura hispida) स्थानिकमारी वाले ()
Indian Elephant or Asian Elephant ( Elephas maximus) भारतीय हाथी या एशियाई हाथी (Elephas maximus)
Banteng ( Bos javanicus) Banteng (Bos javanicus)
Blue Whale ( Balaenoptera musculus) नीली व्हेल (musculus Balaenoptera)
Capped Leaf Monkey ( Trachypithecus pileatus) छाया पत्ता बंदर (Trachypithecus pileatus)
Chiru ( Tibetan Antelope ) ( Pantholops hodgsonii) Chiru (तिब्बती एंटीलोप) (Pantholops hodgsonii)
Fin Whale ( Balaenoptera physalus) फिन व्हेल (physalus Balaenoptera)
Ganges River Dolphin ( Platanista gangetica gangetica) गंगा नदी डॉल्फिन (Platanista gangetica gangetica)
Golden Leaf Monkey ( Trachypithecus geei) सोने की पत्ती बंदर (Trachypithecus geei)
Hispid Hare ( Caprolagus hispidus) Hispid हरे (Caprolagus hispidus)
Asian arowana ( Scleropages formosus ) एशियाई arowana (formosus Scleropages)
Loggerhead Sea Turtle ( Caretta caretta ) लंठ सागर कछुए (Caretta caretta)
Hoolock Gibbon ( Bunipithecus hoolock ) (Previously Hylobates hoolock) Hoolock Gibbon (Bunipithecus hoolock) (पहले Hylobates hoolock)
Indus River Dolphin ( Platanista minor ) सिंधु नदी डॉल्फिन (गौण Platanista)
Kondana Soft-furred Rat ( Millardia kondana ) (Endemic to India) Kondana नरम चूहा (Millardia kondana furred) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Lion-tailed Macaque ( Macaca silenus ) (Endemic to India) -शेर मकाक (Macaca silenus पूंछ) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Markhor ( Capra falconeri ). [1] Markhor (Capra falconeri). [1]
Marsh Mongoose ( Herpestes palustris ). मार्श नेवला (Herpestes palustris). (Endemic to India.) (भारत के स्थानिकमारी वाले.)
Nicobar Shrew ( Crocidura nicobarica ). निकोबार कर्कशा (Crocidura nicobarica). (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Nicobar Tree Shrew ( Tupaia nicobaric a). निकोबार ट्री कर्कशा (Tupaia nicobaric एक). (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Nilgiri Tahr ( Hemitragus hylocriu s). नीलगिरि तहर (Hemitragus hylocriu s). (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Particolored Flying Squirrel ( Hylopetes alboniger ) Particolored फ्लाइंग गिलहरी (Hylopetes alboniger)
Peter's Tube-nosed Bat ( Murina grisea ). पीटर-ट्यूब (Murina grisea) चमगादड़ नाक. (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Red Panda (Lesser Panda) ( Ailurus fulgens ) लाल पांडा (कमजोर पांडा) (Ailurus fulgens)
Sei Whale ( Balaenoptera borealis ) सेई व्हेल (borealis Balaenoptera)
Servant Mouse ( Mus famulus ). नौकर माउस (मुसलमानों जादूगर का सहायक). (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Snow Leopard ( Uncia uncia ) हिम तेंदुए (Uncia uncia)
Tiger ( Panthera tigris ) टाइगर (दजला Panthera)
Wild Water Buffalo ( Bubalus bubalis ). जंगली जल Buffalo (Bubalus bubalis). (Previously Bubalus arnee ) (पहले Bubalus arnee)
Woolly Flying Squirrel ( Eupetaurus cinereus ) ऊनी फ्लाइंग गिलहरी (Eupetaurus cinereus)
Vulnerable कमजोर
Asiatic Wild Dog / Dhole (Cuon alpinus) एशियाई जंगली कुत्ता / Dhole (Cuon alpinus)
Banteng (Bos javanicus) Banteng (Bos javanicus)
Brow-antlered Deer (Cervus eldi eldi) माथे-antlered Deer eldi (Cervus eldi)
Brown Bear (Ursus arctos) ब्राउन Bear (Ursus arctos)
Brown Palm Civet (Paradoxurus jerdoni) ब्राउन पाम सीविट (Paradoxurus jerdoni)
Clouded Leopard (Neofelis nebulosa) मलिन तेंदुए (nebulosa Neofelis)
Common Otter (Lutra lutra) आम औटर (Lutra lutra)
Dugong / Seacow Dugong (dugon) Dugong / Seacow Dugong dugon ()
Ganges River Dolphin (Platanista gangetica) गंगा नदी डॉल्फिन (Platanista gangetica)
Gaur (Bos gaurus) गौर (Bos gaurus)
Goral (Nemorhaedus goral) Goral (Nemorhaedus goral)
Grey Indian Wolf (Canis lupus) ग्रे भारतीय वुल्फ (कैनीस एक प्रकार का वृक्ष)
Himalayan W-toothed Shrew (Crocidura attenuata) हिमालय डब्ल्यू दांतेदार कर्कशा (Crocidura attenuata)
Himalayan Musk Deer (Moschus chrysogaster) हिमालय कस्तूरी मृग (Moschus chrysogaster)
Himalayan Shrew (Soriculus nigrescens) हिमालय कर्कशा (Soriculus nigrescens)
Jackal (Canis aureus) सियार (कैनीस aureus)
Andaman Horseshoe Bat (Rhinolophus cognatus) (Endemic to India) अंडमान घोड़े की नाल चमगादड़ (Rhinolophus cognatus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Andaman Rat (Rattus stoicus) (Endemic to India) अंडमान चूहा (Rattus stoicus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Argali (Ovis ammon) Argali (Ovis ammon)
Asiatic Black Bear (Ursus thibetanus) एशियाई काले Bear (Ursus thibetanus)
Asiatic Golden Cat (Catopuma temminckii) एशियाई स्वर्ण कैट (Catopuma temminckii)
Asiatic Wild Ass (Equus hemionus) एशिया का जंगली गधा (Equus hemionus)
Assamese Macaque (Macaca assamensis) असमिया मकाक (Macaca assamensis)
Back-striped Weasel (Mustela strigidorsa) वापस-धारीदार नेवला (Mustela strigidorsa)
Barasingha (Cervus duvauceli) Barasingha (Cervus duvauceli)
Bare-bellied Hedgehog (Hemiechinus nudiventris) (Endemic to India) नंगे हेज हॉग bellied (nudiventris Hemiechinus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Blackbuck (Antilope cervicapra) कृष्णमृग (cervicapra Antilope)
Brown fish owl (Ketupa zeylonensis) (Endemic to India) ब्राउन मछली उल्लू (zeylonensis Ketupa) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Central Kashmir Vole (Alticola montosa) (Endemic to India) मध्य कश्मीर Vole (Alticola montosa) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Clouded Leopard (Neofelis nebulosa) मलिन तेंदुए (nebulosa Neofelis)
Day's Shrew (Suncus dayi) (Endemic to India) है दिवस कर्कशा (Suncus dayi) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Dhole (Cuon alpinus) Dhole (Cuon alpinus)
Dugong (Dugong dugon) Dugong (Dugong dugon)
Eld's Deer (Cervus eldi) है वृद्धावस्था Deer (eldi Cervus)
Elvira Rat (Cremnomys elvira) (Endemic to India) Elvira चूहा (elvira Cremnomys) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Eurasian Otter (Lutra lutra) यूरेशियाई औटर (Lutra lutra)
Fishing Cat (Prionailurus viverrinus) मछली पकड़ने के कैट (Prionailurus viverrinus)
Four-horned Antelope (Tetracerus quadricornis) चार एंटीलोप (Tetracerus quadricornis horned)
Gaur (Bos frontalis) गौर (Bos frontalis)
Himalayan Tahr (Hemitragus jemlahicus) हिमालय की तहर (Hemitragus jemlahicus)
Humpback Whale (Megaptera novaeangliae) कुबड़ा व्हेल (novaeangliae Megaptera)
Indian Giant Squirrel (Ratufa indica) (Endemic to India) भारतीय विशालकाय गिलहरी (इंडिका Ratufa) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Irrawaddy Squirrel (Callosciurus pygerythrus) Irrawaddy गिलहरी (Callosciurus pygerythrus)
Jerdon's Palm Civet (Paradoxurus jerdoni) (Endemic to India) है Jerdon पाम सीविट (Paradoxurus jerdoni) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Kashmir Cave Bat (Myotis longipes) कश्मीर गुफा चमगादड़ (Myotis longipes)
Kerala Rat (Rattus ranjiniae) (Endemic to India) केरल चूहा (Rattus ranjiniae) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Khajuria's Leaf-nosed Bat (Hipposideros durgadasi) (Endemic to India) है खजूरिया पत्ती छोटी नाक चमगादड़ (durgadasi Hipposideros) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Kolar Leaf-nosed Bat (Hipposideros hypophyllus) (Endemic to India) कोलार पत्ता-चमगादड़ नाक (Hipposideros hypophyllus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Lesser Horseshoe Bat (Rhinolophus hipposideros) कम घोड़े की नाल चमगादड़ (Rhinolophus hipposideros)
Mainland Serow (Capricornis sumatraensis) मुख्य भूमि Serow (sumatraensis Capricornis)
Malayan Porcupine (Hystrix brachyura) मलायी Porcupine (Hystrix brachyura)
Mandelli's Mouse-eared Bat (Myotis sicarius) है Mandelli माउस हुए कान चमगादड़ (sicarius Myotis)
Marbled Cat (Pardofelis marmorata) मरमर के अनुसार कैट (Pardofelis marmorata)
Mouflon (or Urial ) (Ovis orientalis) Mouflon Urial (या) (Ovis orientalis)
Nicobar Flying Fox (Pteropus faunulus) (Endemic to India) निकोबार फ्लाइंग फॉक्स (Pteropus faunulus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Nilgiri Leaf Monkey (Trachypithecus johnii) (Endemic to India) नीलगिरि पत्ता भारत को बंदर (Trachypithecus johnii) स्थानिकमारी वाले ()
Nilgiri Marten (Martes gwatkinsii) (Endemic to India) नीलगिरि एक प्रकार का नेवला (gwatkinsii Martes) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Nonsense Rat (Rattus burrus) (Endemic to India) बकवास चूहा (Rattus burrus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Pale Grey Shrew (Crocidura pergrisea) (Endemic to India) पीला ग्रे कर्कशा (Crocidura pergrisea) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Palm Rat (Rattus palmarum) (Endemic to India) पाम चूहा (Rattus palmarum) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Red Goral (Naemorhedus baileyi) लाल Goral (Naemorhedus baileyi)
Royal Bengal Tiger रॉयल बंगाल टाइगर
Rock Eagle-owl (Bubo bengalensis) (Endemic to India) रॉक ईगल-उल्लू (bengalensis Bubo) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Rusty-spotted Cat (Prionailurus rubiginosus) जंग खाए-कैट (Prionailurus rubiginosus देखा)
Sikkim Rat (Rattus sikkimensis) सिक्किम चूहा (Rattus sikkimensis)
Sloth Bear (Melursus ursinus) सुस्ती Bear (Melursus ursinus)
Slow Loris (Loris tardigradus) धीमी Loris (Loris tardigradus)
Smooth-coated Otter (Lutrogale perspicillata) चिकनी लेपित औटर (Lutrogale perspicillata)
Sperm Whale (Physeter macrocephalus) एक प्रकार की ह्वेल (Physeter macrocephalus)
Sri Lankan Giant Squirrel (Ratufa macroura) श्रीलंका की विशालकाय गिलहरी (Ratufa macroura)
Sri Lankan Highland Shrew (Suncus montanus) श्रीलंका Highland कर्कशा (Suncus montanus)
Stumptail Macaque (Macaca arctoides) Stumptail मकाक (Macaca arctoides)
Takin (Budorcas taxicolor) Takin (Budorcas taxicolor)
Wild Goat (Capra aegagrus) जंगली बकरी (Capra aegagrus)
Wild Yak (Bos grunniens) जंगली याक (Bos grunniens)
Lesser Panda ( Ailurus fulgens V ) कम Ailurus (पांडा वी fulgens)
Threatened की धमकी दी
Indian Wild Ass ( Equus hemionus khur ) भारतीय जंगली गधा (Equus hemionus khur)
Leopard ( Panthera pardus ) तेंदुए (pardus Panthera)
Red Fox ( Vulpes vulpes montana) रेड फॉक्स (Vulpes vulpes MONTANA)
(Data Courtsey Wikipedia)
(डाटा Courtsey विकिपीडिया)
Critically Endangered: गंभीर लुप्तप्राय:
Jenkin's Shrew ( Crocidura jenkensii ) ( Endemic to India) है Jenkin कर्कशा (Crocidura jenkensii) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Malabar Large-spotted Civet ( Viverra civettina ) मालाबार बड़े सीविट (Viverra civettina देखा)
Namdapha Flying Squirrel ( Biswamayopterus biswasi ) (Endemic to India) Namdapha फ्लाइंग भारत को गिलहरी (Biswamayopterus biswasi) स्थानिकमारी वाले ()
Pygmy Hog (Sus salvanius) बौना हॉग (Sus salvanius)
Salim Ali's Fruit Bat ( Latidens salimalii ) (Endemic to India) सलीम अली के फलों चमगादड़ (Latidens salimalii) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Sumatran Rhinoceros ( Dicerorhinus sumatrensis ) Sumatran गैंडा (Dicerorhinus sumatrensis)
Wroughton's Free-tailed Bat ( Otomops wroughtoni ) (Endemic to India) नि: शुल्क है Wroughton-चमगादड़ पूंछ (wroughtoni Otomops) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Endangered: खतरे में:
Asiatic Lion ( Panthera leo persica ) एशियाई शेर (persica Panthera Leo)
Asiatic Black Bear ( Selenarctos thibetanus) एशियाई काले Bear (Selenarctos thibetanus)
Desert Cat ( Felis libyca ornata) डेजर्ट कैट (ornata Felis libyca)
Great Indian Rhinoceros ( Rhinoceros unicornis) महान भारतीय गैंडा (गैंडा unicornis)
Hispid Hare ( Caprolagus hispidus) Hispid हरे (Caprolagus hispidus)
Hoolock Gibbon ( Hylobates hoolock) Hoolock Gibbon (Hylobates hoolock)
Kashmir Stag / Hangul ( Cervus elaphus hanglu) कश्मीर का कागज / हंगुल (Cervus elaphus hanglu)
Lion-tailed Macaque ( Macaca silenus) -शेर मकाक (Macaca silenus पूंछ)
Malabar Civet ( Viverra civettina) मालाबार सीविट (Viverra civettina)
Markhor ( Capra falconeri) Markhor (Capra falconeri)
Nayan Ovis ( Ammon hodgsoni) नयन Ovis (Ammon hodgsoni)
Nilgiri Leaf Monkey ( Presbytis johni) नीलगिरि पत्ता बंदर (johni Presbytis)
Pygmy Hog ( Sus salvanius) बौना हॉग (Sus salvanius)
Andaman Shrew ( Crocidura andamanensis ) (Endemic to India) अंडमान कर्कशा (Crocidura andamanensis) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Andaman Spiny Shrew ( Crocidura hispida ) (Endemic to India) अंडमान काँटेदार भारत को कर्कशा (Crocidura hispida) स्थानिकमारी वाले ()
Indian Elephant or Asian Elephant ( Elephas maximus) भारतीय हाथी या एशियाई हाथी (Elephas maximus)
Banteng ( Bos javanicus) Banteng (Bos javanicus)
Blue Whale ( Balaenoptera musculus) नीली व्हेल (musculus Balaenoptera)
Capped Leaf Monkey ( Trachypithecus pileatus) छाया पत्ता बंदर (Trachypithecus pileatus)
Chiru ( Tibetan Antelope ) ( Pantholops hodgsonii) Chiru (तिब्बती एंटीलोप) (Pantholops hodgsonii)
Fin Whale ( Balaenoptera physalus) फिन व्हेल (physalus Balaenoptera)
Ganges River Dolphin ( Platanista gangetica gangetica) गंगा नदी डॉल्फिन (Platanista gangetica gangetica)
Golden Leaf Monkey ( Trachypithecus geei) सोने की पत्ती बंदर (Trachypithecus geei)
Hispid Hare ( Caprolagus hispidus) Hispid हरे (Caprolagus hispidus)
Asian arowana ( Scleropages formosus ) एशियाई arowana (formosus Scleropages)
Loggerhead Sea Turtle ( Caretta caretta ) लंठ सागर कछुए (Caretta caretta)
Hoolock Gibbon ( Bunipithecus hoolock ) (Previously Hylobates hoolock) Hoolock Gibbon (Bunipithecus hoolock) (पहले Hylobates hoolock)
Indus River Dolphin ( Platanista minor ) सिंधु नदी डॉल्फिन (गौण Platanista)
Kondana Soft-furred Rat ( Millardia kondana ) (Endemic to India) Kondana नरम चूहा (Millardia kondana furred) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Lion-tailed Macaque ( Macaca silenus ) (Endemic to India) -शेर मकाक (Macaca silenus पूंछ) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Markhor ( Capra falconeri ). [1] Markhor (Capra falconeri). [1]
Marsh Mongoose ( Herpestes palustris ). मार्श नेवला (Herpestes palustris). (Endemic to India.) (भारत के स्थानिकमारी वाले.)
Nicobar Shrew ( Crocidura nicobarica ). निकोबार कर्कशा (Crocidura nicobarica). (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Nicobar Tree Shrew ( Tupaia nicobaric a). निकोबार ट्री कर्कशा (Tupaia nicobaric एक). (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Nilgiri Tahr ( Hemitragus hylocriu s). नीलगिरि तहर (Hemitragus hylocriu s). (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Particolored Flying Squirrel ( Hylopetes alboniger ) Particolored फ्लाइंग गिलहरी (Hylopetes alboniger)
Peter's Tube-nosed Bat ( Murina grisea ). पीटर-ट्यूब (Murina grisea) चमगादड़ नाक. (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Red Panda (Lesser Panda) ( Ailurus fulgens ) लाल पांडा (कमजोर पांडा) (Ailurus fulgens)
Sei Whale ( Balaenoptera borealis ) सेई व्हेल (borealis Balaenoptera)
Servant Mouse ( Mus famulus ). नौकर माउस (मुसलमानों जादूगर का सहायक). (Endemic to India) स्थानिकमारी वाले भारत के लिए ()
Snow Leopard ( Uncia uncia ) हिम तेंदुए (Uncia uncia)
Tiger ( Panthera tigris ) टाइगर (दजला Panthera)
Wild Water Buffalo ( Bubalus bubalis ). जंगली जल Buffalo (Bubalus bubalis). (Previously Bubalus arnee ) (पहले Bubalus arnee)
Woolly Flying Squirrel ( Eupetaurus cinereus ) ऊनी फ्लाइंग गिलहरी (Eupetaurus cinereus)
Vulnerable कमजोर
Asiatic Wild Dog / Dhole (Cuon alpinus) एशियाई जंगली कुत्ता / Dhole (Cuon alpinus)
Banteng (Bos javanicus) Banteng (Bos javanicus)
Brow-antlered Deer (Cervus eldi eldi) माथे-antlered Deer eldi (Cervus eldi)
Brown Bear (Ursus arctos) ब्राउन Bear (Ursus arctos)
Brown Palm Civet (Paradoxurus jerdoni) ब्राउन पाम सीविट (Paradoxurus jerdoni)
Clouded Leopard (Neofelis nebulosa) मलिन तेंदुए (nebulosa Neofelis)
Common Otter (Lutra lutra) आम औटर (Lutra lutra)
Dugong / Seacow Dugong (dugon) Dugong / Seacow Dugong dugon ()
Ganges River Dolphin (Platanista gangetica) गंगा नदी डॉल्फिन (Platanista gangetica)
Gaur (Bos gaurus) गौर (Bos gaurus)
Goral (Nemorhaedus goral) Goral (Nemorhaedus goral)
Grey Indian Wolf (Canis lupus) ग्रे भारतीय वुल्फ (कैनीस एक प्रकार का वृक्ष)
Himalayan W-toothed Shrew (Crocidura attenuata) हिमालय डब्ल्यू दांतेदार कर्कशा (Crocidura attenuata)
Himalayan Musk Deer (Moschus chrysogaster) हिमालय कस्तूरी मृग (Moschus chrysogaster)
Himalayan Shrew (Soriculus nigrescens) हिमालय कर्कशा (Soriculus nigrescens)
Jackal (Canis aureus) सियार (कैनीस aureus)
Andaman Horseshoe Bat (Rhinolophus cognatus) (Endemic to India) अंडमान घोड़े की नाल चमगादड़ (Rhinolophus cognatus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Andaman Rat (Rattus stoicus) (Endemic to India) अंडमान चूहा (Rattus stoicus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Argali (Ovis ammon) Argali (Ovis ammon)
Asiatic Black Bear (Ursus thibetanus) एशियाई काले Bear (Ursus thibetanus)
Asiatic Golden Cat (Catopuma temminckii) एशियाई स्वर्ण कैट (Catopuma temminckii)
Asiatic Wild Ass (Equus hemionus) एशिया का जंगली गधा (Equus hemionus)
Assamese Macaque (Macaca assamensis) असमिया मकाक (Macaca assamensis)
Back-striped Weasel (Mustela strigidorsa) वापस-धारीदार नेवला (Mustela strigidorsa)
Barasingha (Cervus duvauceli) Barasingha (Cervus duvauceli)
Bare-bellied Hedgehog (Hemiechinus nudiventris) (Endemic to India) नंगे हेज हॉग bellied (nudiventris Hemiechinus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Blackbuck (Antilope cervicapra) कृष्णमृग (cervicapra Antilope)
Brown fish owl (Ketupa zeylonensis) (Endemic to India) ब्राउन मछली उल्लू (zeylonensis Ketupa) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Central Kashmir Vole (Alticola montosa) (Endemic to India) मध्य कश्मीर Vole (Alticola montosa) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Clouded Leopard (Neofelis nebulosa) मलिन तेंदुए (nebulosa Neofelis)
Day's Shrew (Suncus dayi) (Endemic to India) है दिवस कर्कशा (Suncus dayi) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Dhole (Cuon alpinus) Dhole (Cuon alpinus)
Dugong (Dugong dugon) Dugong (Dugong dugon)
Eld's Deer (Cervus eldi) है वृद्धावस्था Deer (eldi Cervus)
Elvira Rat (Cremnomys elvira) (Endemic to India) Elvira चूहा (elvira Cremnomys) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Eurasian Otter (Lutra lutra) यूरेशियाई औटर (Lutra lutra)
Fishing Cat (Prionailurus viverrinus) मछली पकड़ने के कैट (Prionailurus viverrinus)
Four-horned Antelope (Tetracerus quadricornis) चार एंटीलोप (Tetracerus quadricornis horned)
Gaur (Bos frontalis) गौर (Bos frontalis)
Himalayan Tahr (Hemitragus jemlahicus) हिमालय की तहर (Hemitragus jemlahicus)
Humpback Whale (Megaptera novaeangliae) कुबड़ा व्हेल (novaeangliae Megaptera)
Indian Giant Squirrel (Ratufa indica) (Endemic to India) भारतीय विशालकाय गिलहरी (इंडिका Ratufa) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Irrawaddy Squirrel (Callosciurus pygerythrus) Irrawaddy गिलहरी (Callosciurus pygerythrus)
Jerdon's Palm Civet (Paradoxurus jerdoni) (Endemic to India) है Jerdon पाम सीविट (Paradoxurus jerdoni) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Kashmir Cave Bat (Myotis longipes) कश्मीर गुफा चमगादड़ (Myotis longipes)
Kerala Rat (Rattus ranjiniae) (Endemic to India) केरल चूहा (Rattus ranjiniae) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Khajuria's Leaf-nosed Bat (Hipposideros durgadasi) (Endemic to India) है खजूरिया पत्ती छोटी नाक चमगादड़ (durgadasi Hipposideros) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Kolar Leaf-nosed Bat (Hipposideros hypophyllus) (Endemic to India) कोलार पत्ता-चमगादड़ नाक (Hipposideros hypophyllus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Lesser Horseshoe Bat (Rhinolophus hipposideros) कम घोड़े की नाल चमगादड़ (Rhinolophus hipposideros)
Mainland Serow (Capricornis sumatraensis) मुख्य भूमि Serow (sumatraensis Capricornis)
Malayan Porcupine (Hystrix brachyura) मलायी Porcupine (Hystrix brachyura)
Mandelli's Mouse-eared Bat (Myotis sicarius) है Mandelli माउस हुए कान चमगादड़ (sicarius Myotis)
Marbled Cat (Pardofelis marmorata) मरमर के अनुसार कैट (Pardofelis marmorata)
Mouflon (or Urial ) (Ovis orientalis) Mouflon Urial (या) (Ovis orientalis)
Nicobar Flying Fox (Pteropus faunulus) (Endemic to India) निकोबार फ्लाइंग फॉक्स (Pteropus faunulus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Nilgiri Leaf Monkey (Trachypithecus johnii) (Endemic to India) नीलगिरि पत्ता भारत को बंदर (Trachypithecus johnii) स्थानिकमारी वाले ()
Nilgiri Marten (Martes gwatkinsii) (Endemic to India) नीलगिरि एक प्रकार का नेवला (gwatkinsii Martes) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Nonsense Rat (Rattus burrus) (Endemic to India) बकवास चूहा (Rattus burrus) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Pale Grey Shrew (Crocidura pergrisea) (Endemic to India) पीला ग्रे कर्कशा (Crocidura pergrisea) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Palm Rat (Rattus palmarum) (Endemic to India) पाम चूहा (Rattus palmarum) भारत के स्थानिकमारी वाले ()
Red Goral (Naemorhedus baileyi) लाल Goral (Naemorhedus baileyi)
Royal Bengal Tiger रॉयल बंगाल टाइगर
Rock Eagle-owl (Bubo bengalensis) (Endemic to India) रॉक ईगल-उल्लू (bengalensis Bubo) स्थानिकमारी वाले (भारत में)
Rusty-spotted Cat (Prionailurus rubiginosus) जंग खाए-कैट (Prionailurus rubiginosus देखा)
Sikkim Rat (Rattus sikkimensis) सिक्किम चूहा (Rattus sikkimensis)
Sloth Bear (Melursus ursinus) सुस्ती Bear (Melursus ursinus)
Slow Loris (Loris tardigradus) धीमी Loris (Loris tardigradus)
Smooth-coated Otter (Lutrogale perspicillata) चिकनी लेपित औटर (Lutrogale perspicillata)
Sperm Whale (Physeter macrocephalus) एक प्रकार की ह्वेल (Physeter macrocephalus)
Sri Lankan Giant Squirrel (Ratufa macroura) श्रीलंका की विशालकाय गिलहरी (Ratufa macroura)
Sri Lankan Highland Shrew (Suncus montanus) श्रीलंका Highland कर्कशा (Suncus montanus)
Stumptail Macaque (Macaca arctoides) Stumptail मकाक (Macaca arctoides)
Takin (Budorcas taxicolor) Takin (Budorcas taxicolor)
Wild Goat (Capra aegagrus) जंगली बकरी (Capra aegagrus)
Wild Yak (Bos grunniens) जंगली याक (Bos grunniens)
Lesser Panda ( Ailurus fulgens V ) कम Ailurus (पांडा वी fulgens)
Threatened की धमकी दी
Indian Wild Ass ( Equus hemionus khur ) भारतीय जंगली गधा (Equus hemionus khur)
Leopard ( Panthera pardus ) तेंदुए (pardus Panthera)
Red Fox ( Vulpes vulpes montana) रेड फॉक्स (Vulpes vulpes MONTANA)
(Data Courtsey Wikipedia)
(डाटा Courtsey विकिपीडिया)
रविवार, 13 सितंबर 2009
Bengal Florican
The Bengal Florican or Bengal Bustard, Houbaropsis bengalensis, is a very rare bustard species from tropical southern Asia. It is the only member of the genus Houbaropsis. This threatened species is almost extinct; probably less than 1,000 and perhaps as few as 500 adult birds are still alive.[1]
Description
Adult male taking flight in Kaziranga National Park, Assam (India)
Adult Bengal Floricans range from 66–68 centimetres (26–27 in) in length. The male has black plumage from the head and neck to underparts. Its head carries a long lanky crest, and the neck has elongated display plumes. The upperside is buff with fine black vermiculations and black arrowhead markings, and there is a conspicuous large white patch from the wing coverts to the remiges. In flight, the male's wings appear entirely white except for the dark primary remiges. The feet and legs are yellow, the bill and irides are dark.[2]
Females are larger than the males and have a buff-brown colour similar to the males' back, with a dark brown crown and narrow dark streaks down the side of the neck. Their wing coverts are lighter than the remiges and covered in fine dark barring. Immature birds look like females.[2]
They are normally silent but when disturbed utters a metallic chik-chik-chik call. Displaying males croak and produce a strange deep humming.[2]
The only bird even remotely similar to adult males of the Bengal Florican are their counterpart from the Lesser Florican (Sypheotides indica). This is a smaller, slimmer-necked bustard overall, and its males have cheek-tufts of plumes with pennant-like tips rather than the crest, and a white band between neck and back. The females are similar, and young Bengal Floricans can be easily mistaken for female Lesser Floricans. The latter have almost white wing coverts however, resembling the males' wing patch.[1]
[edit] Distribution and ecology
It has two disjunct populations, one in the Indian subcontinent, another in South East Asia. The former occurs from Uttar Pradesh (India) through the terai of Nepal to Assam (where it is called ulu mora) and Arunachal Pradesh in India, and historically to Bangladesh. The South East Asian population occurs in Cambodia and perhaps adjacent southern Vietnam. This species is mostly resident on its breeding grounds; around Tonle Sap in Cambodia however, the birds use grasslands near the lake to breed, and move away from the water in the wet season when the breeding grunds are flooded. Similarly, the terai population seems to move to warmer lowland locations in winter. Migrations are not long-distance, however, and probably are restricted to a few dozen kilometers.[2]
Bengal Floricans live in open tall grassland habitats with scattered bushes. The most important grass species are satintails (Imperata, in particular Cogongrass I. cylindrica), sugarcane (Saccharum, in particular S. munja and Kans Grass S. spontaneum), as well as Desmostachya bipinnata. The birds are usually encountered in the early mornings and evenings and are most easily spotted in the breeding season of March to August, which is when most censuses of the population are conducted. Particular between March and May, when they give their stunning courtship display, males are far more conspicuous than the cryptically-coloured females, which moreover prefer high grassland rich in sugarcane.[2]
[edit] Status and conservation
Restricted to tiny fragments of grassland scattered across South and Southeast Asia, the Bengal Florican is the world's rarest bustard. It is known to have become increasingly threatened by land conversion for intensive agriculture, particularly for dry season rice production. Poaching continues to be a problem in Southeast Asia, while the South Asian population is down to less than 350 adult birds, about 85% of which are found in India. The stocks in Southeast Asia are in slightly better shape (though more threatened), numbering perhaps just as many as in South Asia but more probably closer to or even somewhat over 1,000 adults.[3]
The population has decreased dramatically in past decades. It may be that in India the decline is coming to a halt and that stocks in Dibru-Saikhowa and Kaziranga National Parks and Dudwa Tiger Reserve are safe at very low levels. Still, its global status is precarious and it was consequently uplisted from Endangered to Critically Endangered in the 2007 IUCN Red List.[4]
In Cambodia, it is mostly found in Kampong Thom Province; lesser numbers are found in Siem Reap Province and remnants might persist in Banteay Meanchey, Battambang and Pursat Provinces. Its rate of decline there has, if anything, accelerated in the early 21st century, and the bird's numbers in Southeast Asia might plummet to effective extinction in the early 2010s. The government of Cambodia has taken a significant step towards protecting important habitat for the Bengal Florican. In an effort to save this endangered flagship species from extinction, ,otre than 350 square kilometers have been designated as "Integrated Farming and Biodiversity Areas", where land-use practices are adapted that also benefit the Bengal Florican (see below). A public education program to inform schoolchildren about the bird has also been undertaken. At present, the species may persist in the Ang Trapaing Thmor Crane Sanctuary and perhaps Vietnam's Tram Chim National Park, but the South Asian population is not known with certainty from any protected areas.[3]
In Nepal, it is essentially restricted to protected areas, namely Chitwan and Royal Bardia National Parks and Suklaphanta Wildlife Reserve, and maybe Koshi Tappu and around Koshi Barrage where its continuing presence as a resident breeder is uncertain. Only the Suklaphanta population has been stable – between about 15 and 20 adults – since the 1980s. The initially larger Chitwan population has been declining at a low rate in the last decades,[5] while the small Bardia population might have disappeared entirely around 2008[verification needed].
To prevent global extinction of this unique bird, several biologists are studying its ecology and devising ways how the birds and the local population can coexist. The spectactular courtship display of males has been discussed by many naturalists travelling British India, and in our time attracts tourists who provide revenue to locals. Among the most significant results of the scientific study of the Bengal Florican was the realization that it is not a particularly shy or hemerophobic species, its apparent intolerance of human settlements being chiefly due to its intolerance of land clearance for agriculture. Pastures and the traditional use of common land for villagers' tall-grass harvest (for construction and handicraft) actually seem to be tolerated quite well by the birds.[3]
If firewood and timber is collected from grassland rather than from forests, human land use will even benefit the species. In particularly Sal (Shorea robusta) and Saj (Terminalia elliptica) have been identified as trees that encroach upon the florican's habitat in Nepal, and its decline in Royal Bardia National Park is probably chiefly due to insufficient use of trees that overgrow grassland. A sustainable land-management technique that will bolster Bengal Florican stocks consists of harvesting grass and particularly wood from changing tracts of land, leaving some areas unharvested each year and setting aside a few additional ones as reserve land, where grasses can grow tall for years until they are harvested. Controlled burning may be necessary when woodland encroachment is strong; it should take place before March, so that the year's offspring are not harmed.[5]
From Wikipedia,
Description
Adult male taking flight in Kaziranga National Park, Assam (India)
Adult Bengal Floricans range from 66–68 centimetres (26–27 in) in length. The male has black plumage from the head and neck to underparts. Its head carries a long lanky crest, and the neck has elongated display plumes. The upperside is buff with fine black vermiculations and black arrowhead markings, and there is a conspicuous large white patch from the wing coverts to the remiges. In flight, the male's wings appear entirely white except for the dark primary remiges. The feet and legs are yellow, the bill and irides are dark.[2]
Females are larger than the males and have a buff-brown colour similar to the males' back, with a dark brown crown and narrow dark streaks down the side of the neck. Their wing coverts are lighter than the remiges and covered in fine dark barring. Immature birds look like females.[2]
They are normally silent but when disturbed utters a metallic chik-chik-chik call. Displaying males croak and produce a strange deep humming.[2]
The only bird even remotely similar to adult males of the Bengal Florican are their counterpart from the Lesser Florican (Sypheotides indica). This is a smaller, slimmer-necked bustard overall, and its males have cheek-tufts of plumes with pennant-like tips rather than the crest, and a white band between neck and back. The females are similar, and young Bengal Floricans can be easily mistaken for female Lesser Floricans. The latter have almost white wing coverts however, resembling the males' wing patch.[1]
[edit] Distribution and ecology
It has two disjunct populations, one in the Indian subcontinent, another in South East Asia. The former occurs from Uttar Pradesh (India) through the terai of Nepal to Assam (where it is called ulu mora) and Arunachal Pradesh in India, and historically to Bangladesh. The South East Asian population occurs in Cambodia and perhaps adjacent southern Vietnam. This species is mostly resident on its breeding grounds; around Tonle Sap in Cambodia however, the birds use grasslands near the lake to breed, and move away from the water in the wet season when the breeding grunds are flooded. Similarly, the terai population seems to move to warmer lowland locations in winter. Migrations are not long-distance, however, and probably are restricted to a few dozen kilometers.[2]
Bengal Floricans live in open tall grassland habitats with scattered bushes. The most important grass species are satintails (Imperata, in particular Cogongrass I. cylindrica), sugarcane (Saccharum, in particular S. munja and Kans Grass S. spontaneum), as well as Desmostachya bipinnata. The birds are usually encountered in the early mornings and evenings and are most easily spotted in the breeding season of March to August, which is when most censuses of the population are conducted. Particular between March and May, when they give their stunning courtship display, males are far more conspicuous than the cryptically-coloured females, which moreover prefer high grassland rich in sugarcane.[2]
[edit] Status and conservation
Restricted to tiny fragments of grassland scattered across South and Southeast Asia, the Bengal Florican is the world's rarest bustard. It is known to have become increasingly threatened by land conversion for intensive agriculture, particularly for dry season rice production. Poaching continues to be a problem in Southeast Asia, while the South Asian population is down to less than 350 adult birds, about 85% of which are found in India. The stocks in Southeast Asia are in slightly better shape (though more threatened), numbering perhaps just as many as in South Asia but more probably closer to or even somewhat over 1,000 adults.[3]
The population has decreased dramatically in past decades. It may be that in India the decline is coming to a halt and that stocks in Dibru-Saikhowa and Kaziranga National Parks and Dudwa Tiger Reserve are safe at very low levels. Still, its global status is precarious and it was consequently uplisted from Endangered to Critically Endangered in the 2007 IUCN Red List.[4]
In Cambodia, it is mostly found in Kampong Thom Province; lesser numbers are found in Siem Reap Province and remnants might persist in Banteay Meanchey, Battambang and Pursat Provinces. Its rate of decline there has, if anything, accelerated in the early 21st century, and the bird's numbers in Southeast Asia might plummet to effective extinction in the early 2010s. The government of Cambodia has taken a significant step towards protecting important habitat for the Bengal Florican. In an effort to save this endangered flagship species from extinction, ,otre than 350 square kilometers have been designated as "Integrated Farming and Biodiversity Areas", where land-use practices are adapted that also benefit the Bengal Florican (see below). A public education program to inform schoolchildren about the bird has also been undertaken. At present, the species may persist in the Ang Trapaing Thmor Crane Sanctuary and perhaps Vietnam's Tram Chim National Park, but the South Asian population is not known with certainty from any protected areas.[3]
In Nepal, it is essentially restricted to protected areas, namely Chitwan and Royal Bardia National Parks and Suklaphanta Wildlife Reserve, and maybe Koshi Tappu and around Koshi Barrage where its continuing presence as a resident breeder is uncertain. Only the Suklaphanta population has been stable – between about 15 and 20 adults – since the 1980s. The initially larger Chitwan population has been declining at a low rate in the last decades,[5] while the small Bardia population might have disappeared entirely around 2008[verification needed].
To prevent global extinction of this unique bird, several biologists are studying its ecology and devising ways how the birds and the local population can coexist. The spectactular courtship display of males has been discussed by many naturalists travelling British India, and in our time attracts tourists who provide revenue to locals. Among the most significant results of the scientific study of the Bengal Florican was the realization that it is not a particularly shy or hemerophobic species, its apparent intolerance of human settlements being chiefly due to its intolerance of land clearance for agriculture. Pastures and the traditional use of common land for villagers' tall-grass harvest (for construction and handicraft) actually seem to be tolerated quite well by the birds.[3]
If firewood and timber is collected from grassland rather than from forests, human land use will even benefit the species. In particularly Sal (Shorea robusta) and Saj (Terminalia elliptica) have been identified as trees that encroach upon the florican's habitat in Nepal, and its decline in Royal Bardia National Park is probably chiefly due to insufficient use of trees that overgrow grassland. A sustainable land-management technique that will bolster Bengal Florican stocks consists of harvesting grass and particularly wood from changing tracts of land, leaving some areas unharvested each year and setting aside a few additional ones as reserve land, where grasses can grow tall for years until they are harvested. Controlled burning may be necessary when woodland encroachment is strong; it should take place before March, so that the year's offspring are not harmed.[5]
From Wikipedia,
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